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स्पोर्ट्स: 2024 में टी-20 वर्ल्ड कप के बाद, जब विराट कोहली और रोहित शर्मा ने टी-20 फॉर्मेट से संन्यास लिया, तो क्रिकेट प्रशंसकों ने उन्हें सम्मानपूर्वक विदाई दी। लेकिन मई 2025 में एक अप्रत्याशित घटना ने क्रिकेट प्रेमियों को चौंका दिया। इस महीने में सिर्फ 6 दिनों के भीतर, विराट कोहली और रोहित शर्मा ने अचानक टेस्ट क्रिकेट से भी संन्यास लेने की घोषणा की।
विराट कोहली की टेस्ट में संभावित वापसी
BCCI रोहित शर्मा और विराट कोहली के वनडे करियर को लेकर विचार-विमर्श करने की योजना बना रहा है। इस बीच, कुछ क्रिकेट प्रशंसकों और विशेषज्ञों ने विराट कोहली से टेस्ट क्रिकेट में वापसी की मांग शुरू कर दी है। विशेषकर सोशल मीडिया पर यह चर्चा तेज होती जा रही है। कई लोग मानते हैं कि यदि विराट टेस्ट फॉर्मेट में वापसी करते हैं, तो यह शानदार कमबैक होगा।
‘संन्यास वापस लेने की अपील’
सूत्रों के अनुसार, बीसीसीआई में यह विचार चल रहा है कि विराट कोहली से संपर्क किया जाए और उनसे टेस्ट क्रिकेट से अपने संन्यास को वापस लेने की अपील की जाए। हाल में रिटायर हुए कुछ खिलाड़ियों के लिए भी यह संभावना जताई जा रही है कि वे अपने टेस्ट करियर पर फिर से सोच सकते हैं। भारतीय टीम ने हाल ही में साउथ अफ्रीका के खिलाफ घरेलू मैदान पर 0-2 से हार का सामना किया, जिसे हेड कोच गौतम गंभीर ने टीम के ट्रांजिशन फेज का परिणाम बताया।
2011 में पहला टेस्ट
विराट कोहली ने जून 2011 में वेस्टइंडीज के खिलाफ किंग्स्टन में टेस्ट क्रिकेट में पदार्पण किया। अपनी पहली पारी में उन्होंने 4 रन और दूसरी पारी में 15 रन बनाये। शुरुआती विफलताओं के बाद, कोहली ने टेस्ट क्रिकेट में खुद को स्थापित करने में सफलता प्राप्त की, जो भारतीय क्रिकेट की सबसे महत्वपूर्ण कहानियों में से एक बन गई। उन्होंने अंतिम टेस्ट जनवरी 2025 में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ सिडनी क्रिकेट ग्राउंड पर खेला।
कोहली की बल्लेबाजी शैली
कोहली ने अपने टेस्ट करियर में कुल 123 मैच खेले और 9230 रन बनाये, जिनमें उनका औसत 46.85 रहा। उन्होंने इस दौरान 30 शतक और 31 अर्धशतक बनाए, साथ ही 7 दोहरे शतक भी अपने नाम किए। कोहली को आधुनिक टेस्ट क्रिकेट के सबसे विश्वसनीय और उत्कृष्ट बल्लेबाजों में गिना जाता है। उनके जुनून, फिटनेस और बल्लेबाजी शैली ने हमेशा प्रशंसकों को प्रेरित किया है। क्रिकेट के महान खिलाड़ी सर विवियन रिचर्ड्स भी मानते हैं कि कोहली ने युवा खिलाड़ियों में टेस्ट क्रिकेट के प्रति नई रुचि जगाई।
कप्तान के रूप में कोहली का रिकॉर्ड
कप्तान के रूप में विराट कोहली का प्रदर्शन प्रभावशाली रहा है। उन्होंने 68 टेस्ट मैचों में भारतीय टीम की अगुवाई की, जिसमें टीम ने 40 मैच जीतने में सफलता प्राप्त की। जब कोहली ने कप्तानी संभाली, तब भारत टेस्ट रैंकिंग में सातवें स्थान पर था। कुछ वर्षों में, उन्होंने टीम को नंबर-1 की स्थिति पर पहुँचाया और इसे लंबे समय तक शीर्ष स्थान पर बनाए रखा। भारतीय टेस्ट क्रिकेट में इतना सफल कप्तानी रिकॉर्ड किसी और खिलाड़ी के नाम नहीं है।
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