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जीतन राम मांझी का विवादित बयान, विधानसभा चुनाव पर उठे सवाल
रांची: केंद्रीय मंत्री और बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी के हालिया बयान ने राजनीति में हलचल मचा दी है। उन्होंने 2025 विधानसभा चुनाव में अपनी पार्टी के प्रत्याशी की हार को लेकर अफसोस जाहिर किया और बताया कि कैसे उन्होंने 2020 में उस प्रत्याशी को जीत दिलाने में मदद की थी। इस बयान के बाद मुख्य विपक्षी पार्टी ने चुनाव आयोग और राज्य सरकार पर सवाल उठाए हैं।
हम पार्टी का चुनावी प्रदर्शन
2025 में विधानसभा चुनाव के दौरान हम पार्टी ने 6 सीटों पर चुनाव लड़ा, जिनमें से 5 पर उसने जीत हासिल की और केवल एक टेकारी सीट पर हार का सामना करना पड़ा। टिकारी सीट पर हम पार्टी के प्रत्याशी केवल 2058 वोट से हार गए, जबकि 2020 के चुनाव में उन्होंने री-काउंटिंग के माध्यम से 2630 वोटों से जीत प्राप्त की थी। मांझी के हालिया बयान ने इस हार को लेकर कई सवाल खड़े कर दिए हैं।
निर्मल कुमार का दावा और विवाद
जीतन राम मांझी ने कहा कि 2020 में चुनाव परिणाम के दौरान जब उनका प्रत्याशी हार रहा था, तब उन्होंने उनसे संपर्क किया था और विकल्प मांगे थे। उन्होंने यह भी बताया कि इस बार उनका प्रत्याशी सिर्फ 1600 वोट से हारा, जिसके लिए उन्होंने नाराजगी जताई। मांझी ने कहा, “मेरा प्रत्याशी तो घर चला गया था।” उनके इस बयान ने विभिन्न प्रतिक्रियाएं उत्पन्न की हैं।
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की सुरक्षा बढ़ाई गई
इस विवाद के बीच, मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की सुरक्षा बढ़ा दी गई है, खासकर हिजाब विवाद के बाद उन्हें मिल रही धमकियों के मद्देनजर। राजनीतिक हलकों में इस पर बहस तेज हो गई है, जिससे राज्य में राजनीतिक तनाव बढ़ा है।
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