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राजनीतिक तनाव के बीच कांग्रेस विधायक दल की बैठक
रांची: 4 दिसंबर 2025 को कांग्रेस विधायक दल की बैठक में तीखी नोंक-झोंक देखने को मिली। विधायक स्वास्थ्य मंत्री इरफान अंसारी की कार्यशैली पर सवाल उठाते हुए अपनी शिकायतें दर्ज करवा रहे थे। रामगढ़ की विधायक ममता देवी ने कहा, “हमारी आवाज़ नहीं सुनी गई।” इसका जवाब देते हुए स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि उन्होंने विधायक की बातें ध्यान से सुनी हैं और उन्हें तत्काल हल करने की कोशिश की है।
ममता देवी का गंभीर आरोप
बैठक में विधायक ममता देवी ने स्वास्थ्य मंत्री पर गंभीर आरोप लगाया। उनका कहना था कि एक कॉलेज के लिए अनुमति की मांग की गई थी, लेकिन उसे ठुकरा दिया गया। उन्होंने दावा किया कि इसके लिए पांच लाख रुपये की कमीशन दी गई, फिर भी अनुमति नहीं मिली। स्वास्थ्य मंत्री ने विधायक के आरोपों का खंडन करते हुए कहा कि संबंधित फाइल उनके पास नहीं आई थी।
जयपुरिया नर्सिंग कॉलेज का विवाद
ममता देवी ने बताया कि यह मामला रांची के जयपुरिया नर्सिंग कॉलेज का है, जिसके लिए उन्होंने अनुमतिकरण के लिए आवेदन किया था। उन्होंने मंत्री को बताया था कि पूरे मामले की जानकारी उनके भाई को दी गई थी। स्वास्थ्य मंत्री ने इस पर जवाब दिया कि अगर फाइल उनकी टीम के पास होती, तो वह उसे निपटाते।
बैठक में हुई गर्मागर्मी
बैठक के दौरान स्वास्थ्य मंत्री इरफान अंसारी और विधायक प्रदीप यादव के बीच भी तकरार हुई। विधायक ने सीविल सर्जन के स्थानांतरण के मुद्दे को उठाया, जबकि मंत्री ने कहा कि उन्हें गाइडलाइंस में दिए गए मानदंडों के अनुसार कार्य करना पड़ता है।
रंगदारी का मामला
एक अलग घटना में, झारखंड खेल प्राधिकरण के एक क्लर्क शुभम राजन को रांची में 5 करोड़ रुपये की रंगदारी मांगने के आरोप में गिरफ्तार किया गया। इस मामले में और जानकारी सामने आ रही है।
विधायकों की प्रतिक्रियाएँ
बैठक को लेकर ममता देवी ने कहा कि ऑडियो में जो बातें कही गई हैं, वो किसी प्रकार से विवादास्पद नहीं हैं। उन्होंने सर्वहित के लिए स्वास्थ्य विभाग से संबंधित मुद्दों को उठाया। स्वास्थ्य मंत्री ने भी ममता देवी के आरोपों को निर्मूल बताया और कहा कि यदि उन्हें कोई शिकायत थी, तो उसे विधिवत तरीके से उठाना चाहिए।
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