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भारत और सऊदी अरब के बीच द्विपक्षीय वीजा छूट समझौते पर हस्ताक्षर
रियाद। भारत के राजदूत सुहेल एजाज खान और सऊदी अरब के विदेश मंत्रालय के उप मंत्री अब्दुलमजीद बिन राशिद अलस्मारी ने एक महत्वपूर्ण द्विपक्षीय वीजा छूट समझौते पर हस्ताक्षर किए हैं। इस सहयोग का उद्देश्य दोनों देशों के बीच आवाजाही को आसान बनाना है, जिससे भारतीय और सऊदी अरब के बीच संबंध और मजबूत होंगे।
भारतीय दूतावास का बयान
रियाद में भारतीय दूतावास ने एक पोस्ट के माध्यम से इस बात की पुष्टि की है कि यह समझौता राजनयिक, विशेष और आधिकारिक पासपोर्ट धारकों के लिए लागू होगा। राजदूत ने बताया कि यह द्विपक्षीय वीजा छूट समझौता आधिकारिक यात्रा को सरल बनाएगा और भारत-सऊदी अरब रणनीतिक साझेदारी परिषद के अंतर्गत द्विपक्षीय आदान-प्रदान को बढ़ावा देगा।
लोकसभा अध्यक्ष की घोषणा
पिछले महीने, लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने यह भी बताया था कि भारतीय संसद जल्द ही भारत-सऊदी अरब संसदीय मैत्री समूह का गठन करेगी। यह घोषणा एक उच्च स्तरीय प्रतिनिधिमंडल की बैठक के दौरान की गई थी, जिसमें सऊदी-भारत संसदीय मैत्री समिति के अध्यक्ष मेजर जनरल अब्दुल रहमान बिन सनहत अल-हरबी शामिल थे।
संसदीय कूटनीति का महत्व
बिरला ने प्रतिनिधिमंडल के स्वागत में कहा कि संसदीय कूटनीति देशों के बीच एक महत्वपूर्ण पुल का कार्य करती है, जो गहरी समझ और आदान-प्रदान को प्रोत्साहित करती है। उन्होंने दोनों देशों की संसदीय समितियों के बीच नियमित संवाद की आवश्यकता को रेखांकित किया।
भारत-सऊदी अरब के संबंध
बिरला ने भारत और सऊदी अरब के बीच के सदियों पुराने धार्मिक, सांस्कृतिक और आर्थिक संबंधों का उल्लेख करते हुए बताया कि पिछले एक दशक में उच्च स्तरीय आदान-प्रदान ने साझेदारी को नए आयाम दिए हैं। उन्होंने सऊदी अरब में रह रहे भारतीय समुदाय के योगदान के लिए सऊदी अरब का धन्यवाद किया और कहा कि उन्होंने स्थानीय अर्थव्यवस्था में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है।
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