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ऑपरेशन सिंदूर में पाकिस्तानी सेना को लगा बड़ा झटका
नई दिल्ली: भारत के ऑपरेशन सिंदूर ने पाकिस्तान को गंभीर नुक्सान पहुँचाया है, जिसे पाकिस्तानी राष्ट्रपति आसिफ अली जरदारी ने स्वीकार किया है। उन्होंने बताया कि ऑपरेशन के दौरान उनकी सेना ने उन्हें बंकर में छिपने की सलाह दी, लेकिन उन्होंने इससे इनकार कर दिया। इसके साथ ही, पाकिस्तान के उप प्रधानमंत्री और विदेश मंत्री इशाक डार ने रावलपिंडी स्थित नूर खान बेस पर भारत के मिसाइल हमले की बात को स्वीकार किया है। इस पर जम्मू-कश्मीर के पूर्व डीजीपी शेष पाल वैद्य ने कहा कि यह स्वीकार्यता बताती है कि पाकिस्तान ने अपने नुकसान को मान लिया है।
पाकिस्तान की स्वीकार्यता
पूर्व डीजीपी शेष पाल वैद्य ने कहा कि इशाक डार ने इस बात की पुष्टि की है कि पाकिस्तान को ऑपरेशन सिंदूर के दौरान बड़े नुकसान का सामना करना पड़ा। भारतीय सुरक्षा एजेंसियों और सेना को इस ऑपरेशन के परिणामों का पता पहले ही था। इस ऑपरेशन में भारतीय सेना ने पाकिस्तान के 9 आतंकवादी कैंप और 11 एयर बेस को तबाह कर दिया और उनके 19 एयरक्राफ्ट को भी नुकसान पहुँचाया। यह पाकिस्तान के लिए एक बड़ा झटका था, जिस पर कई अंतरराष्ट्रीय विशेषज्ञों ने भी अपनी सहमति जताई है।
जरदारी का बंकर में छिपने से इनकार
आसिफ अली जरदारी ने एक कार्यक्रम में कहा कि भारत की कार्रवाई के समय पाकिस्तान के शीर्ष नेतृत्व में भय का माहौल था। उनके सैन्य सचिव ने उन्हें सलाह दी कि उन्हें बंकर में जाना चाहिए, लेकिन उन्होंने मना कर दिया। उनके इस बयान से यह स्पष्ट होता है कि स्थिति अत्यंत गंभीर थी।
इशाक डार की प्रेस ब्रीफिंग
इशाक डार ने हाल में एक प्रेस ब्रीफिंग के दौरान बताया कि भारतीय सेना ने ऑपरेशन सिंदूर के दौरान उनके नूर खान एयर बेस को निशाना बनाया, जिससे उनके मिलिट्री इंस्टॉलेशन को मोठा नुकसान हुआ और कई जवान घायल हुए। उन्होंने कहा कि भारत ने पाकिस्तान की ओर लगभग 80 ड्रोन भेजे थे, जिनमें से एक ने मिलिट्री इंस्टॉलेशन को नुकसान पहुँचाया।
पहलगाम घटना का प्रतिशोध
भारत ने 7 मई को पहलगाम घटना का उत्तर देने के लिए एक बड़ा सैन्य अभियान शुरू किया। इस दौरान भारतीय सशस्त्र बलों ने पाकिस्तान में स्थित 9 आतंकवादी ठिकानों पर सटीक हमले किए। जब पाकिस्तान ने इस पर प्रतिक्रिया देने की कोशिश की, तो भारत ने ज़ोरदार कार्रवाई की। इसके परिणामस्वरूप सीमा पर तनाव बढ़ गया, लेकिन अंततः पाकिस्तान ने अपने कदम पीछे खींच लिए।
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