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नई दिल्ली: भारत और पाकिस्तान के बीच खेल प्रतियोगिताएं हमेशा से ही उच्च भावनाओं और तनाव का कारण रही हैं। हाल के समय में यह तनाव बढ़ता दिख रहा है, जो अब सिर्फ सीनियर टीमों तक सीमित नहीं रहा, बल्कि युवा खिलाड़ियों के बीच भी प्रभावी हो रहा है। हाल ही में आयोजित अंडर-19 एशिया कप में भारत और पाकिस्तान की युवा टीमों के खिलाड़ियों के बीच तीखी बहस और नोकझोंक देखने को मिली, जिसने इस विवाद को और अधिक बढ़ा दिया है।
मोहसिन नकवी की प्रतिक्रिया
इस विवाद की शुरुआत हाथ मिलाने को लेकर हुए फैसलों से हुई। एशिया कप और अंडर-19 एशिया कप के दौरान भारतीय टीम ने पाकिस्तानी खिलाड़ियों और पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड (PCB) के अधिकारियों के साथ हाथ नहीं मिलाने का निर्णय लिया। सितंबर में हुए एशिया कप के दौरान भारतीय टीम ने पहलगाम आतंकवादी हमले के पीड़ितों के प्रति एकजुटता दिखाने के लिए यह कदम उठाया था। इस निर्णय से पाकिस्तान ने अपनी तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त की। पीसीबी के चेयरमैन और एशियाई क्रिकेट परिषद (ACC) के प्रमुख मोहसिन नकवी ने इस मामले पर स्पष्ट प्रतिक्रिया दी।
‘पाकिस्तान हाथ मिलाने के लिए मजबूर नहीं’
मोहसिन नकवी का कहना है कि यदि भारत खेल भावना का सम्मान नहीं करता, तो पाकिस्तान को भी हाथ मिलाने के लिए मजबूर नहीं होना चाहिए। उन्होंने स्पष्ट किया कि सम्मान दोनों पक्षों से होना चाहिए। साथ ही, उन्होंने कहा कि खेल और राजनीति को अलग रखा जाना चाहिए, लेकिन भारतीय टीम बार-बार खेल भावना का उल्लंघन कर रही है।
भारत का यह महत्वपूर्ण निर्णय
जानकारी के अनुसार, सितंबर में हुए एशिया कप के दौरान भारतीय टीम ने पाकिस्तान के खिलाफ मैच के बाद हाथ नहीं मिलाने का निर्णय लिया था। इसका मकसद पहलगाम आतंकी हमले के पीड़ितों के प्रति एकजुटता प्रकट करना था।
आईसीसी ने पाकिस्तान की मांग को किया नजरअंदाज
भारत के इस फैसले के बाद पाकिस्तान ने मैच रेफरी एंडी पाइक्रॉफ्ट को हटाने की मांग की, लेकिन ICC ने इसे नजरअंदाज कर दिया। इसके बाद पाकिस्तान ने यह भी कहा कि वह एशिया कप का बहिष्कार कर सकता है, लेकिन ऐसा कोई ठोस कदम नहीं उठाया गया। अंडर-19 एशिया कप में भी परिस्थितियां कुछ समान रहीं। भारतीय अंडर-19 टीम ने पाकिस्तान के किसी भी खिलाड़ी या अधिकारी से हाथ नहीं मिलाने का निर्णय लिया। यहां तक कि उन्होंने मोहसिन नकवी से पुरस्कार लेने से भी मना कर दिया।
‘कुछ निर्णय खेल भावना से अधिक महत्वपूर्ण’
एशिया कप जीतने के उपरांत भारतीय टीम ने ट्रॉफी भी मोहसिन नकवी के हाथों लेने से मना कर दिया, क्योंकि वह पाकिस्तान के गृह मंत्री भी हैं। भारतीय कप्तान और बीसीसीआई ने स्पष्ट किया है कि कुछ फैसले खेल भावना से अधिक महत्वपूर्ण होते हैं, और वे अपने निर्णय पर अडिग हैं। पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ द्वारा अंडर-19 टीम के सम्मान में आयोजित कार्यक्रम में भी मोहसिन नकवी ने भारत के इस व्यवहार पर नाराजगी व्यक्त की।
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