Table of Contents
बांग्लादेश की राजधानी ढाका में हिंसा का मामला
डेस्क: बांग्लादेश की राजधानी ढाका में गुरुवार की रात एक भयानक हिंसा की घटना सामने आई। देश के प्रमुख छात्र आंदोलन के नेता और इंकलाब मंच के प्रवक्ता शरीफ उस्मान हादी की सिंगापुर में मृत्यु के बाद, गुस्साई भीड़ ने कई स्थानों पर आगजनी की। हादी की मृत्यु के बाद, प्रदर्शनकारियों ने प्रमुख अखबारों—प्रथोम आलो और डेली स्टार के कार्यालयों पर हमला किया।
प्रदर्शनकारियों का हमला
गुस्साए प्रदर्शनकारियों ने शुक्रवार आधी रात के करीब द डेली स्टार के दफ्तर पर धावा बोला। रिपोर्ट्स के अनुसार, भीड़ ने पहले प्रथोम आलो के दफ्तर में तोड़फोड़ की, इसके बाद इसे आग के हवाले कर दिया।
द डेली स्टार पर हमलावरों का हमला
द डेली स्टार के कार्यालय में हमलावरों ने पहले ग्राउंड फ्लोर और पहली मंजिल पर भारी तोड़फोड़ की। इसके बाद, करीब 12:30 बजे आग लगा दी गई, जो तेजी से फैल गई। खबरों के मुताबिक, दमकल विभाग की गाड़ियां घटनास्थल तक पहुंचने में देरी की शिकार हुईं, क्योंकि भीड़ ने रास्ता रोक रखा था।
पत्रकारों की सुरक्षित निकासी
आग और धुएं के खतरे के बीच फंसे पत्रकारों ने छत पर शरण ली। कई उन्होंने मदद की गुहार लगाई। द डेली स्टार की एक रिपोर्टर ने संदेश भेजा कि वह धुएं के कारण सांस नहीं ले पा रही हैं। दमकलकर्मियों ने करीब 2 बजे आग पर काबू पाया, लेकिन पत्रकारों को सुरक्षित निकालने में कठिनाई आई, क्योंकि भीड़ ने फिर से इमारत में घुसने का प्रयास किया।
सेना की तैनाती
स्थिति की गंभीरता को देखते हुए, सेना को द डेली स्टार के कार्यालय के बाहर तैनात किया गया। सुबह 4 बजे, सैनिकों की निगरानी में पत्रकारों को सुरक्षित निकाला गया। न्यू एज अख़बार के संपादक भी घटना के दौरान मौके पर मौजूद थे, जिन्हें भी हमले का सामना करना पड़ा।
घटनाओं की पृष्ठभूमि
प्रदर्शनकारी इन अखबारों पर भारत-समर्थक और शेख हसीना के प्रति नरम रुख अपनाने का आरोप लगा रहे थे। हादी, जो खुद भारत और हसीना के आलोचक थे, आगामी चुनाव में स्वतंत्र उम्मीदवार के रूप में उतरने वाले थे।
प्रधान सलाहकार की अपील
इस बार के घटनाक्रम के बीच, बांग्लादेश के मुख्य सलाहकार मुहम्मद यूनुस ने देशवासियों से शांति और संयम बनाए रखने की अपील की। उन्होंने कहा कि नागरिकों को कानून-व्यवस्था बनाए रखनी चाहिए और जांच एजेंसियों को बिना विघ्न के कार्य करने दिया जाना चाहिए।
हादी की मौत की प्रतिक्रिया
शरीफ उस्मान हादी को 12 दिसंबर को चुनाव प्रचार के दौरान गोली मारी गई थी और उन्हें गंभीर रूप से घायल अवस्था में सिंगापुर ले जाया गया था। उनकी मृत्यु की खबर फैलते ही, हजारों प्रदर्शनकारी शाहबाग चौराहे पर इकट्ठा हुए और हादी के हत्यारों की गिरफ्तारी की मांग करने लगे।
Have any thoughts?
Share your reaction or leave a quick response — we’d love to hear what you think!
