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कर्नाटक में सीएम की कुर्सी के लिए खींचतान जारी
बेंगलुरु। कर्नाटक में मुख्यमंत्री सिद्धारमैया और डिप्टी सीएम डीके शिवकुमार के बीच चल रही चर्चा के बीच, शिवकुमार ने शनिवार को स्पष्ट किया कि दोनों नेताओं ने अपने संदेश को पार्टी के सदस्यों तक पहुंचा दिया है। बेंगलुरु में पत्रकारों से बातचीत करते हुए उन्होंने कहा कि राज्य में खासकर सिंचाई और शहरी विकास जैसे महत्वपूर्ण मुद्दों पर ध्यान देने की आवश्यकता है। शिवकुमार ने कहा, “हमने जो भी संदेश देना था, वह सभी कांग्रेस सदस्यों तक पहुंच चुका है। हम पूरी तरह से पार्टी के साथ खड़े हैं।”
संभावित मुद्दों पर बातचीत
डीके शिवकुमार ने केंद्रीय मंत्रियों से चर्चा करने के लिए दिल्ली जाने की योजना बनाई है। मुख्यमंत्री और डिप्टी सीएम गन्ना और मक्का जैसे मुद्दों पर चर्चा करने के लिए एक ऑल-पार्टी डेलीगेशन दिल्ली ले जाने का विचार कर रहे हैं। उन्होंने कहा, “मुझे दिल्ली जाना है, और केंद्रीय मंत्रियों से मुलाकात करने के लिए अपॉइंटमेंट लेना होगा। मैं अचानक दिल्ली नहीं जा सकता।”
एसएम कृष्णा के अनुष्ठान में भागीदारी
शिवकुमार ने कर्नाटक के पूर्व मुख्यमंत्री एसएम कृष्णा के घर जाकर उनके 12वें महीने के अनुष्ठान में भाग लिया। एसएम कृष्णा का निधन 10 दिसंबर, 2024 को हुआ था। शिवकुमार ने कहा, “मैं अपनी बेटी से मिलने जा रहा हूं। आज इस कार्यक्रम का आयोजन किया जा रहा है।” इस बीच, सिद्धारमैया और शिवकुमार के बीच एक नाश्ते पर मुलाकात हुई, जिसमें दोनों नेताओं ने एकता और संगठन के प्रति अपनी प्रतिबद्धता दोहराई।
पार्टी में एकता का संदेश
एक घंटे तक चली इस बैठक के बाद, दोनों नेताओं ने कांग्रेस पार्टी के भीतर एकता की पुष्टि की। सिद्धारमैया ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा, “हमने तय किया है कि हाईकमान जो भी निर्णय लेगा, हम उसका पालन करेंगे। कल से कोई भ्रम नहीं रहेगा।” कर्नाटक में नेतृत्व परिवर्तन की अटकलें तब शुरू हुईं जब सिद्धारमैया की सरकार ने अपना आधा कार्यकाल पूरा किया।
नेतृत्व बदलने की अटकलें
सिद्धारमैया ने कर्नाटक की जनता द्वारा दिए गए समर्थन का जिक्र करते हुए कहा कि वह अपने पांच साल का कार्यकाल पूरा करेंगे और पार्टी द्वारा किए गए वादों पर ध्यान केंद्रित कर रहे हैं, जिनमें पांच गारंटी योजनाएँ भी शामिल हैं। वहीं, शिवकुमार ने सीनियर नेताओं के बीच हुए समझौतों का हवाला देते हुए नेतृत्व परिवर्तन की बात को आगे बढ़ाया। कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे की अगुवाई में हाईकमान के जल्द ही फैसले लेने की संभावना जताई जा रही है। दोनों नेताओं ने पार्टी के फैसले को मानने की इच्छा दिखाई है।
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