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झारखंड में छात्रवृत्ति संकट, हजारों छात्रों की उम्मीदें सलामत
रांची: झारखंड राज्य में छात्रवृत्ति का मुद्दा धीरे-धीरे तेज़ी से उठ रहा है। हजारों छात्र लाभ से वंचित हैं, जिससे उनकी पढ़ाई प्रभावित हो रही है। इस समस्या के समाधान के लिए 24 दिसंबर को जयराम महतो की जेएलकेएम पार्टी ने सोशल मीडिया पर #ReleaseScholarship कैंपेन शुरू किया। इस अभियान के तहत केंद्र और राज्य सरकारों से शीघ्र छात्रवृत्ति जारी करने की मांग की गई है।
छात्रवृत्ति न मिलने के कारण परेशानी
अभी पिछले दो-तीन शैक्षणिक सत्रों से छात्रों को छात्रवृत्ति नहीं मिली है। शीतकालीन सत्र के दौरान इस मुद्दे को विधानसभा में भी उठाया गया था। उस दौरान सरकार के एक मंत्री ने बताया था कि केंद्र द्वारा वित्तीय सहयोग न मिलने के कारण समस्या उत्पन्न हो रही है। विपक्ष ने दावा किया कि आवश्यक यूटिलाइजेशन सर्टिफिकेट न मिलने से केंद्रीय फंड नहीं आ पाया। इसके बाद, मंत्री चमरा लिंडा ने दिल्ली में केंद्रीय मंत्री से मुलाकात की और छात्रवृत्ति के लिए आवश्यक फंड्स को रिलीज करने की मांग की थी।
राज्य में ठंड का असर और छात्रवृत्ति की मांग
विशेष ध्यान देने वाली बात यह है कि झारखंड के 11 जिलों में शीतलहर और धुंध के साथ ठंड का आलम बढ़ने वाला है, जिससे अब स्थितियां और भी गंभीर हो गई हैं। इस सबके बीच डुमरी विधायक और जेएलकेएम के अध्यक्ष जयराम महतो ने वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण को पत्र लिखकर राज्य में अनुसूचित जातियों (ST, SC) और अन्य पिछड़ा वर्ग (OBC) के छात्रों की छात्रवृत्ति को समय पर जारी करने का अनुरोध किया है।
सामाजिक मीडिया पर उठा हलचल
छात्रों के प्रभावित होने की इस गंभीर स्थिति पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कई लोग सोशल मीडिया पर सक्रिय हैं। जेएलकेएम पार्टी के अभियान में PMO, वित्त मंत्रालय, शिक्षा विभाग और झारखंड के मुख्यमंत्री को टैग किया गया है। छात्रवृत्ति भुगतान में देरी से छात्रों का भविष्य और उनकी शिक्षा पर नकारात्मक असर पड़ रहा है, जोकि चिंताजनक है। ऐसे में छात्रवृत्ति के आकार के महत्व को समर्पित ऑनलाइन आंदोलन चलाया जा रहा है।
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