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झारखंड भूमि घोटाला: एसीबी की दिल्ली में छापेमारी
झारखंड के चर्चित हजारीबाग वन भूमि घोटाले में एंटी करप्शन ब्यूरो (ACB) ने दिल्ली में एक महत्वपूर्ण कार्रवाई की। बुधवार तड़के, एसीबी की विशेष टीम ने वसंत विहार स्थित एक सरकारी आवास (C-24) पर छापा मारा, जहां मुख्य आरोपी विनय कुमार सिंह की पत्नी स्निग्धा सिंह के होने की सूचना थी। हालांकि, जब टीम वहां पहुंची तो स्निग्धा सिंह फरार हो चुकी थीं। इस छापेमारी के दौरान उनके पुत्र सनत सिंह को पूछताछ के लिए हिरासत में लिया गया, जिसे रांची लाया जा रहा है।
बेनामी संपत्ति के दस्तावेज और डिजिटल उपकरण बरामद
ACB के अधिकारियों ने C-24 वसंत विहार से बेनामी संपत्तियों से संबंधित महत्वपूर्ण दस्तावेजों को बरामद किया। छापेमारी में कई मोबाइल फोन, लैपटॉप, पेन ड्राइव और अन्य डिजिटल स्टोरेज उपकरण भी जब्त किए गए हैं। प्रारंभिक पूछताछ में, सनत सिंह ने अपने पिता विनय सिंह, निलंबित IAS विनय प्रताप सिंह चौबे और मां स्निग्धा सिंह की देश-विदेश में फैली संपत्तियों की कई महत्वपूर्ण जानकारियां दी हैं।
डिजिटल लोकेशन ट्रैकिंग की जानकारी
एसीबी की तकनीकी शाखा पिछले कुछ दिनों से स्निग्धा सिंह की डिजिटल लोकेशन पर नज़र रख रही थी। जैसे ही उनकी लोकेशन वसंत विहार में पुष्टि हुई, विशेष टीम को रांची से रातों-रात दिल्ली भेजा गया।
संभावित संबंध शराब घोटाले और मनी लॉंड्रिंग से
एसीबी अधिकारियों का मानना है कि जब्त की गई डिजिटल सामग्री की फॉरेंसिक जांच से न केवल भूमि घोटाले, बल्कि झारखंड शराब घोटाले और मनी लॉंड्रिंग से जुड़े महत्वपूर्ण तथ्य सामने आ सकते हैं।
स्निग्धा सिंह की गिरफ्तारी की कार्रवाई
स्निग्धा सिंह को ACB ने अब तक तीन समन भेजे थे, लेकिन वे पेश नहीं हुईं। झारखंड हाईकोर्ट ने उनकी अग्रिम जमानत याचिका को खारिज कर दिया है। उनकी गिरफ्तारी के लिए दिल्ली, रांची, गिरिडीह और बिहार में एक साथ दबिश दी जा रही है।
गिरफ्तारी की स्थिति
इस मामले में अब तक कुल 70 से अधिक लोग शामिल हैं, जिसमें मुख्य आरोपी विनय कुमार सिंह, निलंबित IAS विनय चौबे और अन्य कारोबारी शामिल हैं। एसीबी ने जब्त की गई सामग्री की फॉरेंसिक जांच शुरू कर दी है। भविष्य में इस मामले में और भी बड़े खुलासों की संभावना जताई जा रही है।
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