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रिम्स में डिजिटल व्यवस्था से प्रमाण पत्र प्राप्ति में सुधार
रांची: झारखंड के सबसे बड़े सरकारी अस्पताल रिम्स में अब जन्म और मृत्यु प्रमाण पत्र के लिए बार-बार आने की आवश्यकता नहीं होगी। अस्पताल ने एक नई डिजिटल व्यवस्था लागू करने की योजना बनाई है, जिससे आवेदक सीधे ई-मेल पर प्रमाण पत्र प्राप्त कर सकेंगे।
नई प्रणाली के मुख्य विशेषताएँ
अपर चिकित्सा अधीक्षक डॉ. शैलेश त्रिपाठी के अनुसार, इस नई प्रणाली के तहत, आवेदन करते समय आवेदक का मोबाइल नंबर और ई-मेल आईडी लिया जाएगा। यदि कोई व्यक्ति प्रमाण पत्र लेने के लिए अस्पताल नहीं आ सकता, तो वह इसे ई-मेल के माध्यम से आसानी से प्राप्त कर सकेगा। सभी प्रमाण पत्र रिम्स के ई-सिग्नेचर के साथ भेजे जाएंगे ताकि उनकी वैधता सुनिश्चित हो सके।
समय और पैसे की बचत
रिम्स प्रबंधन ने बताया कि जैसे ही यह प्रणाली पूरी तरह से लागू होगी, आवेदक को प्रमाण पत्र उपलब्ध होते ही सूचना प्राप्त होगी। इस प्रणाली से लंबित मामलों का तेजी से निपटारा होगा, जिससे भविष्य में ऐसी समस्याओं का सामना नहीं करना पड़ेगा।
प्रभाव और लाभ
नवीनतम डिजिटल व्यवस्था से न केवल लोगों का समय बचेगा, बल्कि आर्थिक लाभ भी होगा। विशेषकर, बुजुर्गों, बीमार व्यक्तियों और दूर-दराज से आने वाले लोगों के लिए यह सुविधा अत्यंत लाभकारी होगी। इसके अतिरिक्त, अस्पताल परिसर में भीड़-भाड़ कम होने की उम्मीद है।
बैकलॉग को खत्म करने की दिशा
हाल के आंकड़ों के अनुसार, रिम्स में 5 हजार से अधिक जन्म और मृत्यु प्रमाण पत्र संचित हैं, जिनका निर्माण 2016 से अब तक किया गया है, परंतु लोग इन्हें लेने नहीं पहुँच पाए हैं। नई डिजिटल प्रणाली से इस बैकलॉग को समाप्त करने में मदद मिलेगी।
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