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दुमका में पत्रकारों के साथ पुलिस की बर्बरता
दुमका: झारखंड के दुमका जिले से एक गंभीर घटना सामने आई है, जहां पुलिस के एक थानाध्यक्ष और उनके अधीनस्थ कर्मचारियों पर दो वरिष्ठ पत्रकारों के साथ मारपीट के आरोप लगे हैं। इस घटना के बाद से जिले के पत्रकारों में भारी आक्रोश फैल गया है।
घटना का विवरण
जानकारी के अनुसार, Times Now Navbharat के सीनियर पत्रकार मृत्युंजय पांडेय एवं News18 के पत्रकार नितेश वर्मा बुधवार रात को एक कार्यक्रम में भाग लेने के बाद कार से लौट रहे थे। इस दौरान दुमका के हंसडीहा चौक पर जाम लगा हुआ था, जिसके कारण दोनों पत्रकार अपनी गाड़ी से बाहर निकले।
पुलिस की कार्रवाई
उस जगह उपस्थित पुलिसकर्मियों ने पत्रकारों के साथ धक्का-मुक्की की। जब पत्रकारों ने अपनी पहचान बताई और मीडिया से जुडाव की जानकारी दी, तब भी थाना प्रभारी और अन्य पुलिसकर्मियों ने उन पर हमला किया। इसके बाद, दोनों पत्रकारों को जबरदस्ती हंसडीहा थाना ले जाया गया, जहां उनके साथ दुर्व्यवहार किया गया।
पत्रकारों का आरोप
मृत्युंजय पांडेय का कहना है कि उन्हें कई घंटों तक थाना में रोका गया और मानसिक तनाव का सामना करना पड़ा। स्थिति तब बदली जब पुलिस अधीक्षक पीतांबर सिंह खेरवार को इस घटना की जानकारी मिली। उनके हस्तक्षेप के बाद पत्रकारों को थाना से रिहा किया गया।
पुलिस की प्रतिक्रिया
बताया जा रहा है कि मामले की गंभीरता को देखते हुए कई थानों के पुलिस और दो डीएसपी भी हंसडीहा थाना पहुंचे, जिससे स्थिति को नियंत्रण में लाने में मदद मिली।
पत्रकार संगठनों की प्रतिक्रिया
इस घटना के बाद, दुमका जिले के पत्रकारों में गहरा रोष है। पत्रकार संगठनों ने पुलिस की इस कार्रवाई को *प्रेस की स्वतंत्रता पर एक सीधा हमला* बताया है और दोषी पुलिसकर्मियों पर कठोर कार्रवाई की मांग की है।
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