दक्षिण कोरिया में डेटिंग पर सरकार की अनोखी पहल
कल्पना करें कि किसी देश में डेटिंग के लिए भी सरकार वित्तीय सहायता प्रदान करे। यह विचार अटपटा लग सकता है, लेकिन **दक्षिण कोरिया** में यह वास्तविकता बन चुका है। तेज आर्थिक विकास के बावजूद, यहां व्यक्तिगत जीवन घटता जा रहा है। युवक लंबे कामकाजी घंटों और बढ़ती महंगाई के कारण रिश्तों से दूर हो रहे हैं। इस सबका नतीजा देश की जन्मदर का ऐतिहासिक निचले स्तर पर पहुंचना है। ऐसे में सरकार ने स्थिति में सुधार लाने के लिए अनोखे कदम उठाने का निर्णय लिया है।
<h3><strong>रिश्तों का महत्व कम होता जा रहा है</strong></h3>
<p>दक्षिण कोरिया में दिन की शुरूआत कार्यालय की भागदौड़ से होती है और रात थकान में समाप्त। लंबे कामकाजी घंटे न केवल समय, बल्कि ऊर्जा भी छीन रहे हैं। अब रिश्तों को 'झंझट' के रूप में देखा जाने लगा है। हालांकि **डेटिंग ऐप्स** का उपयोग बढ़ा है, वास्तविक मुलाकातें फिर भी कम हो रही हैं। यह अकेलेपन की भावना को बढ़ा रहा है, जबकि करियर अब प्राथमिकता बन चुका है। ऐसी जीवनशैली ने पारिवारिक जीवन के मुकाबले कार्य को अधिक महत्व दिया है।</p>
<h3><strong>जन्मदर में खतरनाक गिरावट</strong></h3>
<p>इस सामाजिक परिवर्तन का सबसे गहरा प्रभाव जन्मदर पर पड़ा है। दक्षिण कोरिया की जन्मदर इतनी घट गई है कि भविष्य की जनसंख्या पर गंभीर प्रश्न उठने लगे हैं। स्कूलों में बच्चों की संख्या घट रही है, जिससे कार्यबल में कमी का संकट सामने आ रहा है। विशेषज्ञों का मानना है कि यदि यही प्रवृत्ति बनी रही, तो आर्थिक और सामाजिक सुरक्षा प्रणाली आवश्यक दबाव में आ जाएगी। यह केवल एक सामाजिक समस्या नहीं, बल्कि एक राष्ट्रीय संकट के रूप में उभर रहा है।</p>
<h3><strong>सरकार की अनोखी आर्थिक सहायता</strong></h3>
<p>स्थिति की गंभीरता को ध्यान में रखते हुए, सरकार ने सीधे हस्तक्षेप करने का रास्ता चुना है। अब डेटिंग के लिए लगभग 350 डॉलर यानी लगभग 31 हजार रुपये का अनुदान दिया जा रहा है। यह राशि साथ में भोजन करने, फ़िल्म देखने या अन्य गतिविधियों में खर्च की जा सकती है। अगर दोनों परिवारों की मुलाकात होती है, तो उसका खर्च भी सरकार द्वारा कवर किया जाता है।</p>
<h3><strong>शादी के लिए विशेष सहायता</strong></h3>
<p>डेटिंग से बढ़कर शादी के फैसले लेने वालों के लिए भी सहायता उपलब्ध है। कुछ क्षेत्रों में विवाह के लिए 25 लाख रुपये तक की आर्थिक मदद दी जा रही है। इसके बाद बच्चे के जन्म पर अतिरिक्त निधि और सुविधाएं भी प्रदान की जाती हैं। सरकार चाहती है कि आर्थिक बोझ के डर से कोई रिश्ते को न टाले। ये सहायता सीधे बैंक खातों में रखी जाती है, ताकि लोगों का विश्वास मजबूत बने रहे।</p>
<h3><strong>भविष्य की चुनौतियों का सामना</strong></h3>
<p>दक्षिण कोरिया की यह नीति यह दर्शाती है कि जनसंख्या संकट कितना गंभीर हो सकता है। महंगाई, करियर का दबाव और बदलती प्राथमिकताएं परिवार की अवधारणा को परिवर्तित कर रही हैं। सरकार अब वित्तीय सहायता के माध्यम से लोगों को रिश्तों की ओर लौटाने का प्रयास कर रही है। यह प्रयोग किस हद तक सफल होता है, यह भविष्य में स्पष्ट होगा, लेकिन यह निश्चित है कि देश अपने भविष्य को संरक्षित करने के लिए सभी संभावित प्रयास कर रहा है।</p>
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