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जमशेदपुर में विजय दिवस पर आयोजित कार्यक्रम
जमशेदपुर: अखिल भारतीय पूर्व सैनिक सेवा परिषद द्वारा विजय दिवस के अवसर पर मंगलवार को शहर के विभिन्न विद्यालयों में “युद्ध की कहानी, युद्धवीरों की ज़ुबानी” कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इसका मुख्य उद्देश्य विद्यार्थियों को 16 दिसंबर 1971 को हुए भारत-पाकिस्तान युद्ध में भारत की महत्त्वपूर्ण विजय और बांग्लादेश बनने की कथा से अवगत कराना था।
जमशेदपुर पब्लिक स्कूल में कार्यक्रम की विशेषता
जमशेदपुर पब्लिक स्कूल में आयोजित इस कार्यक्रम में परिषद की ओर से नमीता अग्रवाल, हवलदार नरसिंह सिंह (युद्धवीर), कीड़ा भारती, राजीव कुमार और वरुण कुमार शामिल हुए। इस अवसर पर बड़ी संख्या में विद्यार्थी और शिक्षक उपस्थित थे। पूर्व सैनिक हवलदार नरसिंह सिंह ने अपने युद्ध अनुभवों को साझा करते हुए 1971 के युद्ध की घटनाओं का जीवंत विवरण प्रस्तुत किया, जिससे विद्यार्थी बेहद प्रभावित हुए। उन्होंने भारतीय सेना के साहस और बलिदान की प्रेरक कहानियां सुनाईं।
भारत की विजय: रणनीति और एकजुटता
वक्ताओं ने इस बात पर जोर दिया कि 1971 का युद्ध भारतीय सशस्त्र बलों की धैर्य और एकजुटता का प्रतीक है। इसे सही रणनीति और अदम्य साहस की बदौलत पाकिस्तान की सेना को आत्मसमर्पण करने पर मजबूर किया गया। यह विजय केवल सैन्य दृष्टि से ही नहीं, बल्कि ऐतिहासिक और मानवीय दृष्टिकोण से भी भारत के लिए गर्व की बात थी।
विद्यार्थियों में देशभक्ति की जागरूकता
कार्यक्रम के दौरान विद्यार्थियों में देशभक्ति की भावना को जागृत करने के लिए विशेष प्रयास किए गए। विद्यार्थियों ने पूरे उत्साह के साथ भाग लिया, युद्ध से जुड़े सवाल पूछे और वीर जवानों के अनुभवों को निकटता से जानने का प्रयास किया। विद्यालय प्रबंधन ने इस प्रेरणादायक कार्यक्रम के लिए अखिल भारतीय पूर्व सैनिक सेवा परिषद का आभार व्यक्त किया। कार्यक्रम का समापन शहीदों को नमन करते हुए और उनके बलिदानों को याद करते हुए किया गया।
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