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कांग्रेस में बढ़ता तनाव: पंजाब इकाई में चल रही नूराकुश्ती
चंडीगढ़। कांग्रेस पार्टी के अंदर आंतरिक संघर्ष लगातार बढ़ता जा रहा है। हाल ही में कर्नाटक की स्थिति के बाद अब पंजाब इकाई में भी नेताओं के बीच टकराव देखने को मिल रहा है। इस समस्या को दूर करने के लिए कांग्रेस आलाकमान सक्रिय हो गया है, और इस संबंध में सांसद राहुल गांधी ने भी बैठक बुलाई है। हालांकि, कांग्रेस की ओर से इस पर आधिकारिक प्रतिक्रिया अभी तक नहीं आई है।
नवजोत कौर सिद्धू का बयान
कांग्रेस की निलंबित नेता नवजोत कौर सिद्धू के बयान ने पंजाब इकाई में विवाद को बढ़ा दिया है। जानकारी के मुताबिक, उच्च स्तरीय समिति का गठन किया गया है ताकि स्थिति को संभाला जा सके। राहुल गांधी ने पंजाब मामलों के प्रभारी समेत कई अन्य नेताओं के साथ बैठक की है। पार्टी नेतृत्व नहीं चाहता कि संसद सत्र के दौरान यह संकट और बिगड़े।
राजा अमरिंदर सिंह वडिंग पर आरोप
नवजोत कौर ने बुधवार को कहा कि वह और उनके पति पार्टी के प्रति वफादार रहेंगे। कौर ने अमरिंदर सिंह राजा वडिंग पर तीखा हमला करते हुए उन्हें पार्टी को ‘बर्बाद’ करने का आरोप लगाया। उन्होंने सोशल मीडिया पर एक पोस्ट में कहा, ‘हम कांग्रेस के साथ हैं और इसे जीतकर गांधी परिवार को उपहार स्वरूप देंगे।’
कौर का समर्थन और रणनीति
कौर ने वडिंग पर आरोप लगाया कि 70 ‘कुशल, ईमानदार और वफादार’ नेता उनके संपर्क में हैं, जिन्हें कांग्रेस पार्टी से हटा दिया गया है। इसके अलावा, उन्होंने वडिंग पर निशाना साधते हुए कहा कि वह अपात्र व्यक्तियों को टिकट वितरित करने में लगे हुए हैं, जिससे पार्टी की स्थिति कमजोर हो रही है।
नवजोत कौर का दावा
कौर ने यह भी दावा किया कि उन्हें कांग्रेस की पंजाब इकाई के 70 प्रतिशत और AICC के 90 प्रतिशत सदस्यों का समर्थन प्राप्त है। अपने निलंबन पर प्रतिक्रिया देते हुए, उन्होंने बताया कि उन्हें नोटिस ऐसे व्यक्ति से मिला है, जिसे कोई मान्यता नहीं है।
रंधावा का जवाब
इसके बाद, पूर्व उपमुख्यमंत्री सुखजिंदर सिंह रंधावा ने नवजोत कौर पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि इस मामले में अब वे अदालत का दरवाजा खटखटाएंगे। उन्होंने कहा कि यह उनके लिए सम्मान की बात है, और ऐसे आरोपों को शर्मनाक बताया। रंधावा ने कहा कि यह सामान्य राजनीति का हिस्सा है।
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