Table of Contents
रांची: भारत और साउथ अफ्रीका के बीच 30 नवंबर को रांची में खेले गए पहले वनडे मैच में भारत ने जीत तो हासिल की, लेकिन साउथ अफ्रीका ने हार के बावजूद कई अद्वितीय कीर्तिमान स्थापित किए, जो क्रिकेट इतिहास में लंबे समय तक याद किए जाएंगे।
350 रनों के बड़े लक्ष्य का पीछा करते हुए, मेहमान टीम केवल 17 रन से चूक गई, लेकिन उसने तीन विश्व रिकॉर्ड अपने नाम कर लिए। आइए इन पर एक नजर डालते हैं।
शुरुआती झटकों के बाद शानदार वापसी
इस मैच में टॉस हारने के बाद भारत ने बल्लेबाजी शुरू की और विराट कोहली (135), केएल राहुल (60) और रोहित शर्मा (57) की बेहतरीन पारियों की बदौलत 50 ओवर में 8 विकेट पर 349 रन बनाए। साउथ अफ्रीका का शुरूआत बेहद खराब रही, जिसमें क्विंटन डी कॉक (0), रयान रिकल्टन (0) और कप्तान एडन मार्क्रम (7) जल्दी ही आउट हो गए।
हालांकि इसके बाद, मध्य और निचले क्रम के बल्लेबाजों ने अद्भुत प्रदर्शन किया। मैथ्यू ब्रीट्जके (72), मार्को यान्सेन (70), कोर्बिन बॉश (67), टोनी डी जोर्जी (39) और डेवाल्ड ब्रेविस (37) की पारियों की मदद से साउथ अफ्रीका 49.2 ओवर में 332 रन तक पहुंचा।
साउथ अफ्रीका का पहला रिकॉर्ड
साउथ अफ्रीका वनडे इतिहास की पहली टीम बन गई है, जिसने रन चेज़ में अपने पहले तीन विकेट 15 रन से कम पर खोने के बाद भी 300 रन का आंकड़ा पार किया। इससे पहले यह रिकॉर्ड पाकिस्तान के पास था, जिसने 2019 में इंग्लैंड के खिलाफ 3 विकेट 6 रन पर गिरने के बाद 297 रन बनाए थे।
दूसरा रिकॉर्ड
332 रन, साउथ अफ्रीका का रन चेज़ में सबसे बड़ा स्कोर है, जिसमें कोई बल्लेबाज शतक बनाने में असफल रहा। इससे पहले यह रिकॉर्ड उनके पास था, जब 2017 में इंग्लैंड के खिलाफ 328/5 रन बनाए गए थे। ऐसे बड़े लक्ष्य का पीछा बिना किसी सेंचुरी के पहली बार किया गया।
तीसरा अनोखा रिकॉर्ड
साउथ अफ्रीका की पारी में नंबर-4 या उससे नीचे बैटिंग करने वाले पांच अलग-अलग खिलाड़ियों ने 30 या उससे अधिक रन बनाए। वनडे क्रिकेट में यह पहली बार हुआ है। इससे पहले केवल दो मौकों पर ऐसा हुआ था, 2005 में ऑस्ट्रेलिया-वेस्टइंडीज और 2015 विश्व कप में वेस्टइंडीज-पाकिस्तान के बीच।
Have any thoughts?
Share your reaction or leave a quick response — we’d love to hear what you think!
