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बैटरी बचाने के तरीके: अगर आप Android फोन का उपयोग करते हैं और बैटरी जल्दी खत्म होने से परेशान हैं, तो आप अकेले नहीं हैं। आज के महंगे स्मार्टफोन भी लगातार वीडियो स्ट्रीमिंग, गेमिंग, और स्क्रॉलिंग के दौरान पूरे दिन नहीं चलते। हालांकि फास्ट चार्जिंग से फोन जल्दी चार्ज हो जाता है, लेकिन बैटरी की खपत की असली समस्या अभी भी बनी हुई है।
आज हम कुछ स्मार्ट सेटिंग्स और अन्य आदतों के बारे में चर्चा करेंगे, जो अपनाकर आप अपने फोन की बैटरी को ज्यादा समय तक चलाने में मदद कर सकते हैं। आइए जानते हैं।
अडाप्टिव बैटरी (Adaptive Battery) फीचर ऑन करें
बैटरी बचाने का एक आसान तरीका है कि Android को आपके ऐप्स को खुद से प्रबंधित करने दिया जाए। इसके लिए अडाप्टिव बैटरी फीचर काम करता है, जो समझता है कि आप कौन-से ऐप अधिक इस्तेमाल करते हैं और बाकी ऐप्स की बैकग्राउंड क्रियाओं को अपने आप कम कर देता है। अधिकांश Pixel और Samsung Galaxy फोन में यह फीचर पहले से सक्रिय रहता है। फिर भी, आप इसे Settings में Battery या Battery and Device Care सेक्शन में जाकर चेक कर सकते हैं।
डिस्प्ले को एडजस्ट करें
ज्यादातर स्मार्टफोन्स में बैटरी की खपत का बड़ा हिस्सा डिस्प्ले द्वारा होती है। 120Hz या उससे अधिक रिफ्रेश रेट वाली डिस्प्ले देखने में स्मूद लगती है, लेकिन यह बैटरी को जल्दी खत्म कर देती है। कई नए फोन में ऐसा फीचर होता है जो जरूरत न होने पर अपने-आप रिफ्रेश रेट को कम कर देता है, जिससे न सिर्फ स्मूदनेस बनी रहती है, बल्कि बैटरी भी बचती है।
AOD बंद रखें
ऑलवेज-ऑन डिस्प्ले (AOD) देखने में आकर्षक लग सकता है, लेकिन यह स्टैंडबाई मोड में भी बैटरी की खपत बढ़ाता है। रिसर्च से पता चला है कि AOD चालू रहने पर फोन की बैटरी बिना उपयोग के भी तेजी से घटती है। बैटरी बचाने के लिए AOD को बंद कर दें और tap-to-wake या raise-to-wake जैसे फीचर्स का उपयोग करें।
लोकेशन और वायरलेस सेटिंग्स को चेक करें
लोकेशन सर्विस और वायरलेस सुविधाएं चुपचाप बैटरी का उपयोग करती हैं। Android में आप प्रत्येक ऐप के लिए अलग-अलग लोकेशन परमिशन सेट कर सकते हैं, जैसे कि हमेशा अनुमति दें, केवल उपयोग के समय या हर बार पूछें। जिन ऐप्स को हमेशा लोकेशन की जरूरत नहीं होती, उनकी परमिशन को सीमित करने से बैटरी की खपत में काफी कमी आ सकती है।
बैटरी सेवर का इस्तेमाल करें
बैटरी सेवर उन दिनों में बहुत उपयोगी होता है जब लंबे समय तक चार्जर पास में नहीं होता। इसे ऑन करने पर बैकग्राउंड में चलने वाली गतिविधियाँ कम हो जाती हैं, एनिमेशन धीरे-धीरे हो जाते हैं, और आवश्यकता पड़ने पर फोन की परफॉर्मेंस भी सीमित कर दी जाती है।
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