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बिहार विधानसभा का 18वां सत्र शुरू
पटनाः बिहार विधानसभा का 18वां सत्र सोमवार को आरंभ हुआ। इस सत्र के पहले दिन 243 में से 237 विधायकों ने शपथ ग्रहण किया। हालांकि, मोकामा के विधायक अनंत सिंह सहित 6 विधायक शपथ नहीं ले पाए। अलीनगर सीट से निर्वाचित होने वाली मैथिली ठाकुर ने मैथिली में शपथ ली और इस प्रकार वह इस विधानसभा की सबसे युवा विधायक बन गईं।
राजनीतिक गतिविधियाँ
विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव के शपथ लेने के बाद, दानापुर से भाजपा विधायक और मंत्री रामकृपाल यादव ने उन्हें गले लगाकर अपने स्नेह का परिचय दिया। रामकृपाल यादव, जो 2014 के लोकसभा चुनाव से पहले लालू यादव के करीबी सहयोगी माने जाते थे, ने पाटलिपुत्रा की सीट पर मीसा भारती को दिए जाने के बाद आरजेडी छोड़कर भाजपा में शामिल होकर चुनाव लड़ा और सांसद बने। 2024 के लोकसभा चुनाव में मीसा भारती ने रामकृपाल यादव को पराजित किया। लेकिन 2025 के विधानसभा चुनाव में रामकृपाल ने बाहुबली रीतलाल यादव को हराकर नीतीश सरकार में भाजपा के कोटे से मंत्री के रूप में शामिल हुए।
संबंधों में दूरियाँ
रामकृपाल और तेजस्वी यादव के बीच चाचा-भतीजे का रिश्ता रहा है, परंतु रामकृपाल के भाजपा में शामिल होने के बाद उनकी दूरियाँ बढ़ गईं। हाल ही में, विधानसभा में शपथ ग्रहण कार्यक्रम के दौरान दोनों एक साथ नजर आए और रामकृपाल ने तेजस्वी के प्रति अपनी भावनाएँ व्यक्त की।
सुरक्षा व्यवस्था और सत्र का कार्यक्रम
इस सत्र के दौरान भाजपा विधायक प्रेम कुमार ने विधानसभा अध्यक्ष पद के लिए नामाकंन किया है, और उम्मीद जताई जा रही है कि उन्हें निर्विरोध निर्वाचित किया जाएगा। बिहार के दोनों उपमुख्यमंत्री, सम्राट चौधरी और विजय कुमार सिन्हा, ने भी शपथ ली। सम्राट चौधरी, जो पहले विधान परिषद के सदस्य थे, इस बार तारापुर से विधायक बने हैं।
अनोखे शपथ ग्रहण
विधानसभा में राजद विधायक ओसामा शहाब ने हिंदी में तथा भाजपा विधायक तारकिशोर प्रसाद और रत्नेश सदा ने संस्कृत में शपथ ली। महिषी से आरजेडी विधायक गौतम ऋषि हवाई चप्पल पहनकर विधानसभा पहुंचे। उन्होंने अपनी चप्पल पहनने की आदत को लेकर कहा कि वे इससे सहज महसूस करते हैं।
सुरक्षा के कड़े इंतजाम
यह सत्र 1 से 5 दिसंबर 2025 तक चलेगा, जिसके चलते पटना में सुरक्षा व्यवस्था को और कड़ा किया गया है। सत्र के दौरान भारतीय नागरिक सुरक्षा संहिता (बीएनएसएस) की धारा 163 लागू रहेगी, जिससे किसी भी प्रकार के प्रदर्शन, जुलूस और सार्वजनिक विरोध पर पूर्ण प्रतिबंध रहेगा। नवगठित विधानसभा के इस सत्र में कुल पांच बैठकें प्रस्तावित हैं।
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